MP Board Class 12th Physics Lesson – 11 Vikiran avm Dravya: (कक्षा 12वीं – भौतिकी) पाठ – 11 विकिरण एवं द्रव्य की द्वैत प्रकृति, महत्वपूर्ण प्रश्न
स्मरणीय महत्वपूर्ण बिन्दु
- वैज्ञानिक जे जे थॉमसन 1897 में प्राकर्तिक कण इलेक्ट्रॉल की खोज की इससे परमाणु संरचना को समझाया गया।
- सन 973 में अमेरिका के वैज्ञानिक आर ए मिलीकान ने इलेक्ट्रॉन के आवेश q = -1.6×10-19C परिशुद्ध मापन के लिए तेल बूंद का पथ प्रदर्शक प्रयोग किया।
- विद्युत विसर्जन नलिका में परस्पर लंबवत विद्युत क्षेत्र एवं चुंबकीय क्षेत्र में कैथोड किरणों को गुजार कर इलेक्ट्रॉन का विशिष्ट आवेश ज्ञात किया यह पाया कि इसका मान कैथोड के पदार्थ एवं विद्युत विसर्जन नलिका में भरी गैस की प्रकृति पर निर्भर नहीं करता है
- प्रकाश विद्युत उत्सर्जन परिघटना की खोज सन 18 सो 87 में वैज्ञानिक हैंड रिचार्ज ने विद्युत चुंबकीय तरंगों के प्रयोग के आधार पर की थी.
- एक इलेक्ट्रॉन को एक बोर्ड के विभवांतर से त्वरित करने पर प्राप्त ऊर्जा होती है
- धातु पृष्ठ से मुक्त इलेक्ट्रॉन उत्सर्जन के लिए निम्न दो बातें आवश्यक है.
- धातु का कार्य फलन कम होना चाहिए
- धातु का गलनांक अधिक होना चाहिए.
- प्रकाश विद्युत प्रभाव एवं सैद्धांतिक ऑतिकी में आइंस्टीन के योगदान के लिए इन्हें सन 1931 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया
- इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी इलेक्ट्रान पुंज पर आधारित प्रकाशिक सूक्ष्मदर्शी फोटो पर आधारित की तुलना में 104 गुनी अधिक विभेदन क्षमता की होती है.
- फोटो सेल किसी कक्ष में प्रवेश करने वाले व्यक्तियों की गणना में सहायता करता है।