Home » बायोलॉजी » जैव विविधता क्या है एवं इसका संरक्षण कैसे किया जा सकता है?

जैव विविधता क्या है एवं इसका संरक्षण कैसे किया जा सकता है?

Join WhatsApp Channel Join Now
Join Telegram Channel Join Now

पृथ्वी पर जैव विविधता मानव के अस्तित्व एवं दूसरे जीवो के अस्तित्व के लिए बहुत जरुरी है। किसी भी जीव-जंतु के विलुप्त होने से बहुत बड़ा संकट पैदा हो सकता है, इसीलिए जैव विविधता का संरक्षण बहुत जरुरी है। आइये विस्तार से जानते है जैव विविधता क्या है एवं इसका संरक्षण कैसे किया जा सकता है।

जैव विविधता (Biodiversity) क्या है

जैव विविधता (Biodiversity) दो शब्दों से मिलकर बना है, बायो (Bio) का अर्थ है – जीव तथा डाइवर्सिटी (Diversity) का अर्थ है – विविधता। साधारण शब्दों में किसी निश्चित भौगोलिक क्षेत्र में पाए जाने वाले जीवो की संख्या और उनके रहन-सहन एवं एक-दूसरे पर निर्भरता को जैव विविधता कहते है।

पृथ्वी पर कोई भी जीव कभी भी अकेला नहीं रह सकता, जीवित रहने के लिए जीव किसी दूसरे जीवो पर निर्भर होता है। सभी जीव समूह में दूसरे जीवो के साथ रहने का प्रयास करते है। इसलिए किसी भी एक स्थान पर अलग-अलग प्रकार के जीव पाए जाते है। जैविक विविधता में सभी जीव भोजन, आवास तथा दूसरी उपयोगी वस्तुओ के लिए एक-दूसरे पर निर्भर रहते है।

सभी जीव एक-दूसरे पर निर्भर होने से जैविक विविधता को बनाये रखना एवं संरक्षण करना आवश्यक है।

जैव विविधता का संरक्षण (Conservation of biodiversity)

मानव जीवन के लिए जैव-विविधता बहुत जरुरी है। सभी जीव एक दूसरे पर इतना निर्भर है कि किसी एक प्रजाति पर संकट आने से दूसरों में असंतुलन की स्थिति पैदा हो जाती है। यदि पौधों और प्राणियों की प्रजातियो पर संकट आता हैं, तो इससे पर्यावरण असंतुलित होने लगता है और इससे मनुष्य का अपना अस्तित्व भी खतरे में पड़ सकता है।

जैविक विविधता का संरक्षण निम्न तरीके से किया जा सकता है:-

  • लुप्त हो रही प्रजातियों के संरक्षण के लिए प्रयास करने चाहिए।
  • प्रजातियों को लुप्त होने से बचाने के लिए उचित योजनाएँ बनानी चाहिए।
  • विश्व के प्रत्येक देश को वन्य जीवों के आवास को चिह्नित कर उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करना चाहिए।
  • खाद्यान्नों को किस्मे, चारे एवं पौधों की किस्मे, इमारती लकड़ी के पेड़, पशुधन, जंतु व उनकी वन्य प्रजातियों की लुप्त होने वाली किस्मों को संरक्षित करना चाहिए।
  • विभिन्न प्रजातियों के पलने-बढ़ने तथा विकसित होने के स्थान सुरक्षित व संरक्षित हों।
  • प्रत्येक देश में वन्य जीवों व पौधों का अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, नियमों के अनुरूप हो।

भारत सरकार ने देश में विभिन्‍न प्रकार के जीव-जंतु तथा प्रजातियों को बचाने, संरक्षित करने और विस्तार करने के लिए, वन्य जीव सुरक्षा अधिनियम 1972 (Wild life protection act 1972), बनाया है। जिसके अंतर्गत नेशनल पार्क (National parks), पशुविहार (Sanctuaries) स्थापित किये है, तथा जीवमंडल आरक्षित क्षेत्र (Biosphere reserves) घोषित किये गए।

पृथ्वी पर सर्वाधिक प्रजातीय विविधता इन देशो में पाई जाती है। उन्हें ‘ महा विविधता केंद्र’ (Mega diversity centres) कहा जाता है। इन देशों कौ संख्या 12 है:-

  1. मैक्सिको
  2. कोलंबिया
  3. इक्वेडोर
  4. पेरू
  5. ब्राज्जील
  6. डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो
  7. मेडागास्कर
  8. चीन
  9. भारत,
  10. मलेशिया
  11. इंडोनेशिया
  12. ऑस्ट्रेलिया

कक्षा 12- बायोलॉजी (जैव -विविधता एवं उनका संरक्षण)

योजना नोटिफिकेशन 🔔 पाने के लिए ग्रुप जॉइन करे

व्हाट्सऐप ग्रुप जॉइन करे WhatsApp Channel | Group
टेलीग्राम ग्रुप जॉइन करेJoin Telegram Group
सोशल मिडिया ग्रुप जॉइन करेFacebook | YouTube
MP Board HomeClick Here

Disclaimer: वेबसाइट पर किसी भी प्रश्न के उत्तर की सत्यता की जाँच कृपया अपनी कक्षा के विषय अध्यापक से जरूर करा ले, इसके बाद ही उत्तर को याद करे।

Leave a Comment