MP Board Class 12th – Physics Lesson-1 Vidhyut Awesh tatha Shetr Important Question: (कक्षा 12वीं – भौतिकी) पाठ – 1 विद्युत आवेश तथा क्षेत्र, महत्वपूर्ण प्रश्न
महत्वपूर्ण बिंदु
- वह ऊर्जा जो हल्के पदार्थों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं उसे विद्युत ऊर्जा कहते है ।
- घर्षण से उत्पन्न होने के कारण इसे घर्षण विद्युत ऊर्जा भी कहते है ।
- आवेश के दो प्रकार होते है… ।. धन आवेश I. ऋण आवेश |
- सजातीय आवेशों में प्रतिकर्षण और विजातीय आवेशो में आकर्षण बल लगता है ।
- किसी पदार्थ के आवेशन के लिए इलेक्ट्रान का स्थानान्तरण उत्तरदायी होता है | इलेक्ट्रान की कमी से पदार्थ धन आवेशित और इलेक्ट्रान की अधिकता से ऋण आवेशित हो जाते है |
- किसी पदार्थ को तीन प्रकार से आवेशित किया जा सकता हैं
- घर्षण
- चालन
- प्रेरण
- आवेश का क्वांटमीकरण- किसी पदार्थ में आवेश का परिमाण सतत रूप से न होकर असतत रूप से होता है. | यह आवेश केवल एक इलेक्ट्रोल के पूर्ण गुणज के रूप में ही हो सकता है | क्वांटमीकरण के सिध्दांत से q=ne |
- आवेश का संरक्षण – आवेश संरक्षण के नियम के अनुसार किसी पृथक्कृत निकाय का कुल आवेश समय के साथ अपरिवर्तित रहता है |
- कूलाम का नियम – दो बिंदु आवेशो के बीच लगने वाला आकर्षण या प्रतिकर्षण बल उन आवेशो के परिमाणों के गुणनफल के अनुक्रमानुपती और उनके बिच की दुरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होता है.
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- विद्युत क्षेत्र की तीव्रता – किसी विद्युत क्षेत्र के किसी बिंदु पर स्थित एकांक परिक्षण धनावेश जितने बल का अनुभव करता है.उसे उस बिंदु पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता कहते है.। यह एक सदिश राशी है. ।
- विद्युत क्षेत्र रेखाएं – विद्युत क्षेत्र रेखा विद्युत क्षेत्र में खीचा गया वह काल्पनिक निष्कोण वक्र रेखा हैं. जिस पर कोई पृथक्कृत स्वतंत्र एकांक धनावेश गमन कर सकता है। विद्युत क्षेत्र रेखाएं धन आवेश से प्रारंभ होती है और ऋणआवेश पर समाप्त होती है।
- विद्युत दविधुव – अल्प दुरी पर स्थित दो समान एवं विजातीय आवेशो के निकाय को विद्युत दविधुव कहते है ।
- विद्युत फ्लक्स – विद्युत क्षेत्र में स्थित किसी प्रष्ठ से अभिलम्बवत गुजरने वाली क्षेत्र रेखाओं की संख्या को विद्युत फ्लक्स कहते है। यह एक अदिश राशी है ।
गॉस प्रमेय – किसी बंद पृष्ठ से गुजरने वाले सम्पूर्ण विद्युत फ्लक्स का मान उस बंद पृष्ठ से के अन्दर निर्वात मैं उपस्थित कुल आवेश का \(\frac{1}{{\epsilon_0}}\)गुना होता है |
सही विकल्प का चयन कीजिये –
(i) E तीव्रता वाले विद्युत क्षेत्र में आवेश q रखने पर उस पर लगने वाला बल होगा –
(ii) किसी बिन्दु आवेश से दूरी r पर विद्युत क्षेत्र अनुक्रमानुपाती होता है –
(iii) एक खोखले गोले के अंदर एक विद्युत (द्विधुव आधूर्ण p) रखा है। गोले से सम्बद्ध विद्युत फ्लक्स होगा –
(iv) 1 कुलाम आवेश में इलेक्ट्रॉनों की संख्या होती है –
(v) मुक्त आकाश के परावैद्युतांक(विद्युतशीलता) का विमीय सूत्र है –
(vi) किसी विद्युत के केंद्र से दूरी r पर विद्युत क्षेत्र अनुकमानुपाती होता है –
(vii) एक समान विद्युत क्षेत्र E में किसी द्विधुव (द्विधुरव आधूर्ण p) को क्षेत्र की दिशा से 180° कोण घुमाने मैं किया गया कार्य होगा –
(viii) एक घन जिसकी प्रत्येक भुजा x है, के केल्द्र से ठीक ऊपर x/2 दूरी एक बिन्दु आवेश q रखा है। घन से सम्बद्ध विद्युत फ्लक्स होगा –
(ix) धनावेशित कांच की छड को अनावेशित चालक से स्पर्श कराया जाता है | छड का आवेश –
(x) विद्युत क्षेत्र का मात्रक है –
(11) विद्युत क्षेत्र E में क्षेत्रफल S का पृष्ठ विद्युत क्षेत्र के समान्तर रखा है | पृष्ठ से संबद्ध विद्युत फ्लक्स होगा –
(12) वायु में एकांक धनावेश से निकलने वाला कुल विद्युत फ्लक्स होता है –
(13) निर्वात में रखे दो आवेशो के मध्य विद्युत बल F है. ,यदि दोनों आवेशो के मध्य ताम्बे की प्लेट रख दी जाये तो उनके बीच बल होगा –
(14) ‘एक खोखले बिलगित चालक गोले को 10 माइक्रो कूलाम का धनावेश दिया जाता हैं यदि गोले की त्रिज्या 2 मीटर हो तो गोले के केंद्र पर विद्युत क्षेत्र होगा –
(15) धातु की दो समान्तर प्लेटें जिनमे +Q और -Q आवेश है , कुछ दुरी पर स्थित है यदि अब wd को… केरोसीन तेल की टंकी में डुबो दिया जाये तो उनके बीच विद्युत क्षेत्र की तीव्रता –
(16) एक आवेश Q एक R त्रिज्या के गैसीय गोले से परिबद्ध है यदि त्रिज्या दोगुनी हो जाये तो बाहय विद्युत फ्लक्स –
(17) दो बिंदु आवेशो के बीच की दुरी r होने पर उसके बिच प्रतिकर्षण बल का मान F हैं , यदि उनके बिच की दुरी दोगुनी कार दी जाये तो प्रतिकर्षण बल का मान होगा –