MP Board Class 12th Physics Lesson – 9 Kiran Prakashiki: (कक्षा 12वीं – भौतिकी) पाठ – 9 किरण प्रकाशिकी, महत्वपूर्ण प्रश्न
महत्वपूर्ण स्मरणीय बिंदु
- प्रकाश का किसी तल से टकराकर उसी माध्यम में वापस आ जाना परावर्तन कहलाता है |
- समतल दर्पण द्वारा बना किसी वस्तु का प्रतिबिंब, दर्पण के पीछे ठीक उतनी ही लंबवत दूरी पर बनता है, जितनी दूरी पर वस्तु दर्पण के सामने स्थित होती है ।
- मुख्य अक्ष के समानांतर आपतित किरण अवतल दर्पण में परावर्तित होकर फोकस से गुजरती है तथा उत्तल दर्पण से परिवर्तित होकर फोकस से आती प्रतीत होती है।
- गोलीय दर्पण को जल में रखने पर उसकी फोकस दूरी अपरिवर्तित रहती है ।
- अपवर्तनांक का कोई मात्रक नहीं होता।
- विरल माध्यम से सघन माध्यम में जाने पर प्रकाश की चाल व तरंगदैर्ध्य घटती है ।
- जबकि सघन माध्यम से विरल माध्यम में जाने पर प्रकाश की चाल व तरंगदैर्ध्य बढ़ती है ।
- जल में वायु का बुलबुला अवतल लेंस की भांति व्यवहार करता है।
- प्रिज्म द्वारा श्वेत प्रकाश का अपने अव्यवी रंगों में विभक्त हो जाना वर्ण विक्षेपण कहलाता है।
- स्वास्थ्य नेत्र का दूर बिंदु अनंत पर होता है स्वस्थ नेत्र के लिए स्पष्ट इष्टि की न्यूनतम दूरी 25 सेंटी मीटर होती है।
- सरल सूक्षमदर्शी कम फोकस दूरी का एक उत्तल लैंस है।
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिये –
(i) एक सुक्ष्मदर्शी की लंबाई बढाने पर उसकी आवर्धन क्षमता…जाती है।
(ii) लेंस की क्षमता का मात्रक ………. है।
(iii) एक स्वस्थ नेत्र के लिए स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी………होती है
(iv) गोलीय दर्पण के धुव से फोकस तक की दूरी को —– कहते हैं।
(v) अवतल दर्पण के वक्ता केंद्र से दूर रखी वस्तु का प्रतिबिबं —— छोटा व उल्टा होता है।
(vi) प्रकाश की तरंग दै्ध्य बढ़ने पर कांच का अपवर्तनांक — है।
(vii) दूरदर्शी की आवर्धन क्षमता उसके अभी अभिदर्शक लेंस की फोकस दूरी —- बढ़ाई जा सकती है।
(viii) केसर पौधे के किस भाग से प्राप्त होता है –
(ix) परावर्ती दूरदर्शी की विभेदन क्षमता अपवर्ती दूरदर्शी की अपेक्षा — होती है।