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धातु (Metal) किसे कहते है? उदाहरण सहित विस्तार से समझाइये।

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Dhatu kise kahate hain: धातु (Metal), सामग्रियों का एक मौलिक वर्ग, ने आधुनिक दुनिया को आकार देने में एक अपरिहार्य भूमिका निभाई है। हमारे शहरी परिदृश्य को परिभाषित करने वाली विशाल गगनचुंबी इमारतों से लेकर हमारे स्मार्टफ़ोन के जटिल घटकों तक, धातु सर्वव्यापी है। इस लेख में, हम धातुओं के गुणों, वर्गीकरणों और विविध अनुप्रयोगों के बारे में जानेगे, साथ ही ऐसे उदाहरण भी दिखाएंगे जो उनके महत्व को उजागर करते हैं।

धातु क्या है? (What is Metal)

धातुएँ रासायनिक तत्वों का एक विविध समूह है जो अपने विशिष्ट गुणों की विशेषता रखते हैं, जिनमें धात्विक चमक, उच्च विद्युत और तापीय चालकता, लचीलापन एवं तन्यता शामिल हैं। ये तत्व आम तौर पर कमरे के तापमान पर ठोस होते हैं और इनमें क्रिस्टलीय परमाणु संरचना होती है, जिसमें इलेक्ट्रॉन खोने और सकारात्मक रूप से चार्ज आयन बनाने की प्रवृत्ति होती है। निर्माण और विनिर्माण से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स और परिवहन तक, धातुएँ अपनी बहुमुखी प्रतिभा, ताकत और व्यापक अनुप्रयोगों के कारण विभिन्न उद्योगों और रोजमर्रा की जिंदगी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

धातुओं के प्रमुख गुण

इसके मूल में, धातु विशिष्ट भौतिक और रासायनिक गुणों वाले तत्वों की एक श्रेणी है। धातुओं के प्रमुख परिभाषित गुण हैं:

  1. चमक (Luster): धातुएं आमतौर पर प्रकाश को प्रतिबिंबित करने की क्षमता के कारण चमकदार दिखती हैं। इस गुण को धात्विक चमक के रूप में जाना जाता है। उदाहरण – चांदी के बर्तन, क्रोम ऑटोमोबाइल बंपर
  2. चालकता (Conductivity): धातुएं बिजली और गर्मी दोनों की उत्कृष्ट संवाहक होती हैं, जो उन्हें विद्युत सर्किट और निर्माण जैसे अनुप्रयोगों में संरचनात्मक सामग्री के रूप में अमूल्य बनाती हैं। उदाहरण – तांबे की वायरिंग, एल्यूमिनियम हीट सिंक
  3. लचीलापन (Malleability): धातुओं को हथौड़े से मारा जा सकता है या बिना तोड़े पतली शीट में लपेटा जा सकता है, जिससे वे अत्यधिक लचीले बन जाते हैं। यह गुण विभिन्न आकृतियों और संरचनाओं के निर्माण की अनुमति देता है। उदाहरण – स्वर्णपत्र, एल्यूमीनियम पन्नी
  4. तन्यता (Ductility): धातुओं को बिना टूटे तारों में खींचा जा सकता है, जिससे वे तन्य हो जाते हैं। यह संपत्ति विद्युत तारों और केबलों के उत्पादन में महत्वपूर्ण है। उदाहरण – तांबे का तार, लीड पेंसिल
  5. उच्च गलनांक और क्वथनांक (High Melting and Boiling Points): धातुओं में आमतौर पर उच्च गलनांक और क्वथनांक होते हैं, जो उन्हें जेट इंजन और कुकवेयर जैसे उच्च तापमान के प्रतिरोध की आवश्यकता वाले अनुप्रयोगों के लिए उपयुक्त बनाते हैं। उदाहरण – टंगस्टन फिलामेंट्स, इस्पात विनिर्माण

धातुओं का वर्गीकरण

धातुओं को उनके गुणों और उपयोग के आधार पर कई श्रेणियों में वर्गीकृत किया जा सकता है। प्राथमिक वर्गीकरण में शामिल हैं:

  1. लौह धातुएँ (Ferrous Metals): इनमें प्राथमिक घटक के रूप में लोहा होता है। उदाहरणों में स्टील, कच्चा लोहा और गढ़ा लोहा शामिल हैं। स्टील, विशेष रूप से, निर्माण, ऑटोमोटिव विनिर्माण और बुनियादी ढांचे के विकास में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
  2. अलौह धातुएँ (Non-Ferrous Metals): इनमें प्राथमिक घटक के रूप में लोहा नहीं होता है। सामान्य अलौह धातुओं में एल्यूमीनियम, तांबा, सीसा और टिन शामिल हैं। उदाहरण के लिए, एल्युमीनियम का उपयोग इसके हल्के गुणों के कारण एयरोस्पेस उद्योग में बड़े पैमाने पर किया जाता है।
  3. कीमती धातुएँ (Precious Metals): इस श्रेणी में सोना, चाँदी और प्लैटिनम जैसी धातुएँ शामिल हैं। इन धातुओं को उनकी दुर्लभता, सुंदरता और आभूषण और इलेक्ट्रॉनिक्स सहित विभिन्न औद्योगिक अनुप्रयोगों के लिए महत्व दिया जाता है।
  4. आधार धातुएँ (Base Metals): आधार धातुएँ आमतौर पर कीमती धातुओं की तुलना में अधिक प्रचुर और कम मूल्यवान होती हैं। उदाहरणों में तांबा, जस्ता और निकल शामिल हैं, जिनका उपयोग विद्युत तारों से लेकर गैल्वनीकरण तक विभिन्न उद्योगों में होता है।

यहां धातुओं के कुछ उदाहरण दिए गए हैं

  1. लोहा: परमाणु क्रमांक 26, प्रतीक Fe
  2. एल्यूमिनियम: परमाणु संख्या 13, प्रतीक Al
  3. तांबा: परमाणु संख्या 29, प्रतीक Cu
  4. सोना: परमाणु क्रमांक 79, प्रतीक Au
  5. चाँदी: परमाणु संख्या 47, प्रतीक Ag
  6. टाइटेनियम: परमाणु क्रमांक 22, प्रतीक Ti
  7. जिंक: परमाणु क्रमांक 30, प्रतीक Zn
  8. निकेल: परमाणु संख्या 28, प्रतीक Ni
  9. सीसा (लेड): परमाणु संख्या 82, प्रतीक Pb
  10. प्लैटिनम: परमाणु संख्या 78, प्रतीक Pt

धातु अनुप्रयोगों के उदाहरण

  1. एयरोस्पेस में एल्युमीनियम (Aluminum in Aerospace): एल्युमीनियम के हल्के और संक्षारण प्रतिरोधी गुण इसे विमान निर्माण के लिए एक उपयोगी सामग्री बनाते हैं। वाणिज्यिक विमान, लड़ाकू जेट और अंतरिक्ष यान इष्टतम प्रदर्शन प्राप्त करने के लिए एल्यूमीनियम मिश्र धातु पर भरोसा करते हैं।
  2. विद्युत तारों में तांबा (Copper in Electrical Wiring): तांबे की असाधारण विद्युत चालकता इसे विद्युत तारों और ट्रांसमिशन केबलों के लिए मानक विकल्प बनाती है। न्यूनतम हानि के साथ कुशलतापूर्वक बिजली संचारित करने की इसकी क्षमता घरों और उद्योगों को बिजली देने के लिए महत्वपूर्ण है।
  3. निर्माण में स्टील (Steel in Construction): स्टील की ताकत, स्थायित्व और बहुमुखी प्रतिभा इसे आधुनिक निर्माण की रीढ़ बनाती है। गगनचुंबी इमारतें, पुल और यहां तक ​​कि आवासीय इमारतें संरचनात्मक अखंडता प्रदान करने के लिए स्टील पर निर्भर हैं।
  4. इलेक्ट्रॉनिक्स में सोना (Gold in Electronics): सोने की उत्कृष्ट चालकता और संक्षारण प्रतिरोध इसे सर्किट बोर्ड और कनेक्टर सहित इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में एक आवश्यक घटक बनाता है।

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