Home » फिजिक्स » शंट क्या है, शंट के लाभ सिद्धांत, परिभाष, लाभ हानि तथा उपयोग बताइये

शंट क्या है, शंट के लाभ सिद्धांत, परिभाष, लाभ हानि तथा उपयोग बताइये

Join WhatsApp Channel Join Now
Join Telegram Channel Join Now

प्रिय छात्रों आज हम शंट क्या है physics के बारे में विस्तृत जानकारी इस लेख में देंगे साथ ही शंट के लाभ, shant kya hai शंट के उपयोग तथा सिद्धांत एवं परिभाषा के बारे में बताया गया है।

शंट एक कम प्रतिरोध का तार होता है, जिसे धारामापी (galvanometer) की कुंडली के साथ समान्तर क्रम (parallel order) में जोड़ा जाता है। शंट विद्युत परिपथ (electric circuit) में उपयोग होता है। तथा यह विद्युत को low resistance Path provide flow करता है। जो प्रतिरोध (resistance) को कम करता है। शंट को हम प्रतिरोध तार भी कह सकते है।शंट को धारामापी में एक समान जोड़ा जाता है ताकि उसको अमीटर (ammeter) में बदला जा सके धारामापी का प्रतिरोध बहुत कम होता है । जिस कारण शंट को कोई भी परिपथ में जोड़ा जाता है तो परिपथ की धारा का जो मान होता है उसमें कोई भी परिवर्तन नही होता है।

Shunt – शंट की सहायता से जो अमीटर में परास को बढ़ाया जाता है अगर शंट को धारा मापी के साथ लगाया जाता है तो वह उसकी सुग्राहिता को कम कर देता है।

शंट क्या है Physics सरल भाषा मे -धारामापी की कुंडली को जलने से बचाने के लिए या कुंडली से जुड़े जो संकेत होते है उसकी सुरक्षा हेतु धारामापी की कुंडली के साथ समांतर क्रम में कम प्रतिरोध का तार जोड़ा जाता है उसको ही शंट कहते है।

शंट का सिद्धान्त क्या है?  (What is the principle of shunt)

शंट का सिद्धांत हम ऐसे समझ सकते है जैसे कि धारामापी की जो कुंडली होती है उसका प्रतिरोध हम G मान लेते है और शंट का प्रतिरोध हम S मान लेते है। तो जो मुख्य धारा परिपथ में प्रवाहित होती उसका मान I है। तो इसलिए इसका Ig भाग धारामापी मे से तथा दूसरा भाग IS शंट मे से होकर ही प्रभावित होगा।

शंट के लाभ प्रतिरोध सूत्र

शंट प्रतिरोध सूत्र

S = IgG/Io-Ig =…Ω

जहा S = शंट का प्रतिरोध

G = कुंडली का प्रतिरोध

शंट के उपयोग के बारे में बताइये? (Use of shunts)

  • शंट का सबसे पहला कार्य ही महत्वपूर्ण है जो धारामापी की कुंडली की सुरक्षा करता है।
  • दूसरा उपयोग हम मान सकते है कि यह शंट जो धारामापी होता है उसको अमीटर में रूपांतरित करने में उपयोगी है।
  • शंट मुख्यतः अमीटर के परास को बढ़ाने में भी उपयोगी होता है।
  • शंट का सबसे महत्वपूर्ण कार्य होता है जो धारा किसी शाखा से होकर जाती है तो शंट उसका मार्ग बदल कर दूसरे मार्ग से भेजता है।
  • शंट जो परिपथ की धारा उसमे बहती गई उसका सही से मापने का कार्य करता है।

शंट के लाभ (benefits of shunt)

  • धारामापी की जो कुंडली ओर संकेतक को क्षतिग्रस्त होने से बचाती है।
  • धारामापी का प्रभावी प्रतिरोध बहुत कम हो जाता है ।
  • अगर ज्यादा धारा बह रही होतो उसकी धारा बदली जा सकती है ।
  • शंट से धारामापी को अमीटर में बदला जा सकता है ।
  • अगर ज्यादा नुकसान पहुँचने वाली करंट बहुत है तो उसको कम या उसका मार्ग बदला जा सकता है।
  •  

शंट से हानि बताइये (loss from shunt)

  • शंट लगाने से परिपथ में ज्यादा करंट की मात्रा नही बहती है।
  • शंट के वजह से सही मेज़रमेंट नही हो पाता है इसलिए सेंसिबिलिटी कम हो जाती है

सारांश

शंट एक अल्प प्रतिरोध (Low resistance) होता है जो कि धारामापी की कुंडली के साथ एक समान लगाया जाता है । जिस कारण से जो धारामापी (galvanometer) की कुंडली मे धारा बहती है उसका ज्यादा भाग शंट में जाने लगता है जिस कारण यह नष्ट होने में बच जाता है।शंट एक प्रकार से धारा को कम कर के दूसरे मार्ग ले ले जाने का कार्य करता है।

योजना नोटिफिकेशन 🔔 पाने के लिए ग्रुप जॉइन करे

व्हाट्सऐप ग्रुप जॉइन करे WhatsApp Channel | Group
टेलीग्राम ग्रुप जॉइन करेJoin Telegram Group
सोशल मिडिया ग्रुप जॉइन करेFacebook | YouTube
MP Board HomeClick Here

Disclaimer: वेबसाइट पर किसी भी प्रश्न के उत्तर की सत्यता की जाँच कृपया अपनी कक्षा के विषय अध्यापक से जरूर करा ले, इसके बाद ही उत्तर को याद करे।

Leave a Comment