Home » कंप्यूटर » मेमोरी क्या है? इसके प्रकार, उपयोग, लाभ के बारे में बताइये

मेमोरी क्या है? इसके प्रकार, उपयोग, लाभ के बारे में बताइये

Join WhatsApp Channel Join Now
Join Telegram Channel Join Now

आप सभी जानते है की कंप्यूटर या मोबाइल फ़ोन में मेमोरी कार्ड का कितना महत्व है। हमे कोई भी डाटा कंप्यूटर में स्टोर या फिर save करना होता है। वह मेमोरी कार्ड में ही रखा जाता है। इस लेख में What is memory in computer के साथ Types of computer memory तथा मेमोरी के कार्य के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी है। कंप्यूटर की मुख्य मेमोरी क्या होती है इसके साथ ही मेमोरी डिवाइस क्या है, मेमोरी क्या है एवं मैन मेमोरी क्या है तथा कंप्यूटर मेमोरी में 1 बाइट बराबर होता है जैसे प्रश्नो के उत्तर दिए गए है।

मेमोरी क्या है

कंप्यूटर मेमोरी क्या है?

मेमोरी को एक प्रकार से जो हमारा दिमाग है जो सभी जानकारी को स्टोर करने का कार्य करता है उसी प्रकार समझ सकते है। क्योंकि मेमोरी भी कंप्यूटर के सभी डेटा को स्टोर करने का कार्य करती है। मेमोरी कंप्यूटर के सबसे महत्वपूर्ण भागो मेसे एक है क्योंकि जब कंप्यूटर को कोई निर्देश दिया जाता है तो  सबसे पहले central processing unit (CPU) मेमोरी से जानकारी प्राप्त करता है उसके बाद ही Cpu आगे की प्रोसेस करता है।हम कंप्यूटर में जो भी डाटा देखते है और उसको कंप्यूटर में डालते है वो सबसे पहले मेमोरी में ही स्टोर होता है।

आप जो भी कार्य कंप्यूटर में करते है वो पूरा कार्य और डेटा कंप्यूटर में ही स्टोर होकर रह जाता है । बाद में आप में आप उस स्टोर किये हुए डेटा को बद में भी देख सकते है ।जैसे कि हम कोई भी बात को याद करते है तो बाद में वो बात हमारे दिमाग मे स्टोर हो जाती है जिसके बाद हम हमारी बात को आगे सोच और समझ भी सकते है। उसी तरह हम जानकरी या डाटा को कंप्यूटर में डालते है उसके बाद वह Cpu के निर्देश के बाद मेमोरी में स्टोर हो जाते है।

कंप्यूटर मेमोरी यूनिट

मेमोरी यूनिट कम्प्यूटर में स्टोर डेटा की मात्रा है जिसे स्टोरेज यूनिट में संगृहीत किया जा सकता है। कम्प्यूटर में यह भंडारण क्षमता बाइट्स के रूप में व्यक्त की जाती है।

मुख्य मेमोरी स्टोरेज यूनिट

मेमोरी की चार स्टोरेज यूनिट होती है :-

Bit (Binary Digit): बिट या बाइनरी अंक एक द्विआधारी संख्या होती है जो  0 और 1 के रूप में डाटा को स्टोर करती है। जो विद्युत परिपथ में एक घटक की निष्क्रिय बंद (0) या सक्रिय स्थिति चालू (1) का प्रतिनिधित्व करता है।

NIbble: 4 बिट्स से मिलकर एक निबल बनता है।

Byte: 8 बिट से मिलकर एक बाइट बनता हैं। एक बाइट डेटा आइटम की सबसे छोटी इकाई होती है।

Word : एक कंप्यूटर शब्द, एक बाइट से मिलकर, एक इकाई के रूप में संगृहीत बिट्स की निश्चित संख्या का एक समूह होता है।

Bit 1 Bit 01 (Binary)
Nibble 1 Nibble 4 Bit
Byte 1 Byte 8 Bit
Kilobyte (KB) 1 KB 1024 Bytes
Megabyte (MB) 1 MB 1024 KB
GigaByte (GB) 1 GB 1024 MB
TeraByte (TB) 1 TB 1024 GB
PetaByte (PB) 1 PB 1024 TB
Exabyte (EB) 1 EB 1024 PB
Zettabyte (ZB) 1 ZB 1024 EB
Yottabyte (YB) 1 YB 1024 ZB

मेमोरी के कार्य

विभिन स्रोतों से प्राप्त डाटा, निर्देश और परिणामों को संग्रहित कर भंडारित (Save) या स्टोर करना मेमोरी का मुख्य कार्य है। एक प्रकार से कंप्यूटर की याददाश्त जहा से जानकारी प्राप्त करता, मेमोरी होती है।

अब आप समझ गए होंगे कि मेमोरी क्या होतु है ? अब हम जानेंगे कि मेमोरी को कितने भागो में बाटा गया है यानी मेमोरी के कितने प्रकार होते है। उसके बारे में जानेंगे ओर वे सब कैसे काम करती है इसके बारे में भी जानेंगे ।

कंप्यूटर मेमोरी के प्रकार

हम ये तो जानते है कि मेमोरी क्या है पर आपको क्या ये पता है कि मेमोरी आखिर कितनी प्रकार की होती है तो उसके बारे में जानते है । तो मेमोरी को 2 भागो में बाटा जा सकता है । या मेमोरी के 2 प्रकार होते है-

1. प्राइमरी  या Main मेमोरी

2. द्वितीय secondary मेमोरी

ये दो प्रकार की मेमोरी होती है जिनमे हमारा डाटा स्टोर होता है तो चलिये अब हम इन मेमोरी को विस्तार से जानते है।

प्राइमरी मेमोरी या Main मेमोरी क्या है

Primary Memory को हम Main मेमोरी या मुख्य मेमोरी भी कह सकते है ये कंप्यूटर मुख्य मेमोरी होती है। इस मेमोरी में CPU द्वारा जो कार्य करा जा रहा है उसके डाटा को स्टोर करने का कार्य करती है । प्राइमरी मेमोरी मोथेरबोर्ड CPU में लगी होती है। प्राइमरी मेमोरी में हम डाटा ज्यादा स्टोर कर के नही रख सकते है।

प्राइमरी मेमोरी की डेटा स्टोर की मात्रा कम रहती पर प्राइमरी मेमोरी की गति ज्यादा होती है वह जल्दी से जल्दी डाटा को स्टोर कर लेती है। प्राइमरी मेमोरी को भी अलग अलग भागो में बाटा गया है। तो अब प्राइमरी मेमोरी के प्रकार के बारे में जानते है।

प्राथमिक मेमोरी के प्रकार

प्राइमरी या प्राथमिक मेमोरी कंप्यूटर की मुख्य मेमोरी (Main Memory) होती है। उसके साथ प्राइमरी मेमोरी के अलग अलग प्रकार भी होते है। जिनको अब हम जानते है-

  1. RAM (Random Access Memory )
  2. ROM (Read Only Memory)
  3. Cache Memory

1.RAM (रेम) रैंडम एक्सेस मेमोरी क्या है

रैम का काम वह होता है जो भी कार्य अभी या वर्तमान में हम कंप्यूटर पर कर रहे है उसको स्टोर करने का काम करता है । CPU द्वारा जो भी निर्देश देकर कंप्यूटर पर काम कर रहे है उस डेटा को उसी समय कंप्यूटर में स्टोर करने का काम रैम करता है । हा अगर कंप्यूटर में हम कोई कार्य कर रहे है तो कंप्यूटर का शट डाउन कर दिया जाए तो  जो भी रैम में डाटा स्टोर होगा वो डिलीट हो जाएगा और फिर से कार्य करना पड़ेगा।

रेम मेमोरी कितने प्रकार की होती है?

Types of RAM: रैम के मुख्य 2 प्रकार होते है। जो कि कंप्यूटर में कार्य करते है जिसके नाम इस प्रकार है ।

1.Static RAM (SRAM)

2.Dynamic RAM (DRAM)

यह रैम के प्रकार होते है अब हम बात करने जा रहे है Rom के बारे में प्राइमरी मेमोरी Rom क्या कार्य करता है ।

2.ROM (रोम) रीड ओनली मेमोरी क्या है

रोम Primary Memory  होती है इसमे जब हम कोई डाटा को स्टोर करते है तो उसको वापस हम read कर सकते है हम उसमे कोई भी बदलाव नही कर सकते है जैसे कि हम उस मे कोई भी वर्ड न ऐड कर सकते है और नही कोई वर्ड हटा सकते है। क्योंकि रोम कंप्यूटर में होने वाले मुख्य कार्य और निर्देशों को स्टोर करने का कार्य करता है इसलिए इसे स्थिति मेमोरी भी कह सकते है।रोम मेमोरी के भी कुछ प्रकार होते है जैसे कि –

रोम (ROM) मेमोरी कितने प्रकार के होते है?

  1. Masked Read Only Memory (MROM)
  2. Programmable Read Only Memory (PROM)
  3. Erasable And Programmable Read Only Memory (EPROM)
  4. Electricity Erasable And Programmable Read Only Memory (EEPROM)

यह भाग होते है Rom के अब हम जानेंगे CHACHE MEMORY  के बारे में यह आखिरी प्रकार होता है प्राइमरी मेमोरी का तो चलिए जानते है  आखिरी यानी कैच मेमोरी के बारे में ।

3.कैश मेमोरी क्या है

Chache memory यह एक छोटे आकार की मेमोरी होती है जो कि Cpu ओर Ram के बीच मे लगी होती है ये बहुत ही फ़ास्ट होती जो कि आज के कंप्यूटर में बहुत ही जरूरी बनी हुई है । कैच मेमोरी में बस्स वह डाटा स्टोर किया जाता है जो जरूरी हो ताकि समय आने पर उस से जानकरी प्राप्त कर सके । तो आज आप समझ गए होंगे कि प्राइमरी मेमोरी क्या है और इसके कौन कौन से प्रकार है।

सेकंडरी मेमोरी किसे कहते है?

Secondary Memory को हम सहायक मेमोरी कहते है क्योंकि इसमें ही सभी प्रकार का डाटा हम स्टोर कर के रखते है। इसमें डेटा तो हम स्टोर कर के रख सकते है पर सेकंडरी मेमोरी की स्पीड कम होती है| सेकेन्डरी मेमोरी बड़े बड़े प्रोजेक्ट ओर फ़ाइल रखी जाती है । इसमें बड़े काम होते इनको ये आसानी से स्टोर कर लेता है पर इसकी स्पीड कम होती है। सेकेंडरी मेमोरी की एक खास बात है कि यह कोई भी दूसरी मेमोरी होती उसके मुकाबले यह सस्ती होती है । सेकेंडरी मेमोरी के भी बहुत सारे प्रकार होते है तो चलिए एक एक कर के सभी को जानते है।

सेकेंडरी मेमोरी के कितने प्रकार होते है ?

SM सेकेंडरी मेमोरी के उदाहरण निम्न है:-

  1. Magnetic Tape
  2. Floppy Disk
  3. Hard Disk Driver
  4. Compact disc
  5. Digital Video Disk
  6. Pen Drive
  7. Memory Card
  8. Portable Hard Drive

यह प्रकार होते सेकेंडरी मेमोरी के अब सभी प्रकार को एक एक कर के विस्तार से जानते है । और सभी जानकरी आपको देते है।

1.Magnetic Tape

यह पहले के समय मे जब ज्यादा मेमोरी नही होती थी तब ये बहुत अधिक मात्रा में यूज़ की जाती थी और इसमें ही सबसे ज्यादा डाटा स्टोर होता है । इसमें आप 24 रील पेजो पर डाटा को स्टोर कर सकते है ।

2.Floppy Disk

यह सबसे पुरानी मेमोरी मेसे एक है जह पर इसकी स्टोर करने की समता कुछ 1 MB से कुछ अधिक होती थी । यह इतनी जरूरी होती थी कि यह मेग्नेटिक टेप की संरचना होती थी उसके अंदर रखी जाती थी ताकि यह खराब न हो सके।

3.Hard Disk Driver

हार्ड डिस्क ड्राइवर में एक बैकअप का ऑप्सन मिलता है ताकि हम हमारे डाटा ओर जानकरी को गलती से कभी डिलीट कर दे तो वापस उसको सही से प्राप्त कर सके इसमे आधुनिक जानकरी स्टोर करने के लिए किया जाता है । इसकी एक खास बात है कि अगर हम कोई एप्प रखते है तो उसको बिना एक्टिव करे हार्ड डिस्क ड्राइवर में रख सकते है।

4.Compact Disk (CD)

कॉम्पैक्ट डिस्क को हम कोई साउंड को स्टोर करने के लिए तथा चालू करने के लिए बनाया गया है। थोड़े समय बाद इसको वीडियो तथा बहुत सारे प्रोग्राम को स्टोर करने के लिए उपयोग किया जाने लगा। बाद में डाटा स्टोर करने के लिए इसका उपयोग बहुत अधिक मात्रा में होने लगा। लेकिन अब समय के साथ CD, DVD, VCD का कम यूज़ होने लगा

5.Digital Video Disk 

इसको हम एक प्रकार से यह मान सकते है कि इसमें पहले हम वीडियो ऑडियो डेटा इस तरह का बहुत आ स्टोर कर के रखते है । पर आज के समय पेन ड्राइव आने के बाद इसका यूज़ बहुत कम होगया है इसमें हम CD के मुकाबले बहुत अधिक डाटा को स्टोर कर सकते है ।

6.Pen Drive 

आज के इस आधुनिक युग मे आपको Pen ड्राइव के बारे में तो जरूर मालूम होगा इसको हम एक चीप की तरह समझ सकते है और आज के समय मे इसका यूज़ ही ज्यादा से ज्यादा करा जाता है । पेन ड्राइव में हम डाटा स्टोर कर के इधर उधर भी ले जा सकते है । साथ ही यह दुसरो के मुकाबले ज्यादा फ़ास्ट होती है।

7.Memory Card 

यह एक छोटी सी मेमोरी होती है जिसमे हम जानकरी को स्टोर कर के रखते है इसको आपने मोबाइल में हम मेमोरी लगाते वह होती है जिसको एक डिवाइस आए निकाल कर दूसरे डिवाइस में लगाया जा सकता है। इसको हम एक चीप भी कह सकते है । मेमोरी में हम क्या क्या स्टोर कर सकते है ये आपको भी मालूम होगा । यह 2 से 128 GB तक भी होती है।

8.Portable Hard Drive 

सही मायने में आज के समय मे जो बहुत अधिक मात्रा में या सभी जगह जो डाटा स्टोर करने के लिए किया जाता है वो Portable Hard Drive है जो यह बहुत अधिक मात्रा आज के समय मे चल रहा है यह 1TB के डाटा तक को स्टोर कर के रख सकती है।

उमीद है आपको मेमोरी के प्रकार ओर उन मेमोरी के प्रकार के बारे में सब जानकरी प्राप्त हो गयी होगी अब हम बात करने जा रहे है मेमोरी के लाभ के बारे में  कई मेमोरी (Memory) से हमे क्या क्या लाभ होते है।

प्राइमरी मेमोरी और सेकेंडरी मेमोरी में अंतर

Primary Memory

  • प्राइमरी मेमोरी को हम कंप्यूटर डिवाइस की main मेमोरी भी कह सकते है।
  • प्राइमरी मेमोरी में ज्यादा डाटा स्टोर नही किया जा सकता है।
  • प्राइमरी मेमोरी सेकेन्डरी मेमोरी से फ़ास्ट होती है।
  • प्राइमरी मेमोरी Cpu के निर्देश अनुसार कार्य करती है ओर उसके डाटा को स्टोर करती है।
  • प्राइमरी मेमोरी में वर्तमान डाटा स्टोर किया जाता है।
  • अगर कार्य करते करते डिवाइस बंद हो जाता है तो हमारा डाटा डिलीट हो जाता है।

Secondary Memory

  • सेकेंडरी मेमोरी बहुत अधिक मात्रा में डाटा स्टोर कर के रखती है।
  • सेकेंडरी मेमोरी को सहायक मेमोरी भी कहा जाता है।
  • बहुत अधिक मात्रा में डाटा स्टोर होने के कारण यह प्राइमरी मेमोरी से इसकी गति कम होती है।
  • सेकेंडरी मेमोरी में बहुत बड़े बड़े प्रोग्राम रन किये जाते है।
  • सेकेंडरी मेमोरी में बड़ी फ़ॉलो को स्टोर किया जाता है।
  • सेकेंडरी मेमोरी में एप्प इंस्टॉल किया बिना मेमोरी में रख सकते है।

मेमोरी के लाभ

Memory के बहुत से लाभ है और आज के समय और भविष्य में मेमोरी का महत्व और बढ़ता जायेगा।

  • बहुत बड़ी फाइल को मेमोरी में सेव कर सकते है
  • वीडियो फाइल, बड़ी मूवी फाइल को भंडारित कर सकते है
  • इमेज, वीडियो, टेक्स्ट, PDF सेव कर सकते है
  • बहुत बड़े प्रोगरामिंग प्रोजेक्ट, प्रोग्राम, मोबाइल एप सेव कर सकते है

मेमोरी का उपयोग कहा कहा होता है?

Memory का उपयोग आजकल सभी डिजिटल उपकरणों में होता है।

  • डिजिटल खिलोनो में
  • कार और डिजिटल बाइक
  • डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक मशीन
  • डिजिटल वॉच
  • मोबाइल फ़ोन
  • कंप्यूटर
  • कैमरा

योजना नोटिफिकेशन 🔔 पाने के लिए ग्रुप जॉइन करे

व्हाट्सऐप ग्रुप जॉइन करे WhatsApp Channel | Group
टेलीग्राम ग्रुप जॉइन करेJoin Telegram Group
सोशल मिडिया ग्रुप जॉइन करेFacebook | YouTube
MP Board HomeClick Here

Disclaimer: वेबसाइट पर किसी भी प्रश्न के उत्तर की सत्यता की जाँच कृपया अपनी कक्षा के विषय अध्यापक से जरूर करा ले, इसके बाद ही उत्तर को याद करे।

Leave a Comment